UPDATED-11/04/2021 TIME-3;00 AM
पुलिसवाले कीग्रामीणों ने मॉब लिंचिंग कर हत्या कर दी।
अपराधियों ने यह अफवाह फैला दी कि बिहार की पुलिस बंगाल चुनाव में दखलंदाजी करने आई है। यह सुनकर लोग भड़क गए और किशनगंज पुलिस की टीम को घेर लिया। इस दौरान बाकी पुलिसकर्मी तो भागने में कामयाब रहे, लेकिन SHO अश्विनी कुमार समझाइश करने में फंस गए। लोगों ने उनकी एक नहीं सुनी और पीट-पीटकर मार डाला। जिस जगह घटना हुई, वह बंगाल के गोलपोखर विधानसभा इलाके में आती है, यहां 22 अप्रैल को वोटिंग होगी। अश्वनी कुमार के शव को किशनगंज पुलिस लाइन लाया गया, जहां गार्ड ऑफ ऑनर के साथ सलामी दी गई।
ADG मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने कहा है कि लूट की सूचना के आधार पर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए थाना प्रभारी अश्विनी कुमार छापेमारी के लिए निकले थे। इस दौरान पं. बंगाल के गोपांतापाड़ा गांव पहुंचे थे, जहां ग्रामीणों के साथ मिलकर अपराधियों ने हमला कर दिया। इसके बाद थाना प्रभारी अश्विनी कुमार ने अपनी टीम के सभी पुलिसकर्मियों को निकाला। खुद लोगों को समझाते रहें। इस दौरान वे पीछे रह गए। इसके बाद अज्ञात भीड़ की ओर से मारपीट की गई, जिसमें वे शहीद हो गए। उन्होंने कहा कि इस कांड में 3 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस केस के संबंध में बिहार के DGP एस के सिंघल ने पं. बंगाल के DGP से बातचीत की है। उनसे तत्काल कार्रवाई की मांग की है। ADG ने कहा कि शहीद थाना प्रभारी की बहादुरी पर पुलिस विभाग को गर्व है। उनकी शहादत बेकार नहीं जाएगी। अपराधियों को दंड दिलाने में पं. बंगाल पुलिस की पूरी मदद करेंगे और केस को फॉलो करते रहेंगे।मुख्य आरोपी समेत 2 गिरफ्तार
मॉब लिंचिंग की घटना के बाद पूर्णिया के IG सुरेश प्रसाद और किशनगंज के SP कुमार आशीष बंगाल के इस्लामपुर पहुंच गए और अश्विनी कुमार के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद किशनगंज भेज दिया। पूर्णिया के IG सुरेश प्रसाद ने बताया कि गोपांतापाड़ा गांव में मॉब लिंचिंग की घटना हुई है। बंगाल पुलिस की मदद से छापेमारी की जा रही है। इधर, पटना में पुलिस मुख्यालय के अनुसार इस मामले में एक महिला समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें फिरोज आलम, अबुजार आलम और सहीनूर खातून शामिल हैं।
एक साल पहले आए थे किशनगंज
अश्विनी कुमार पूर्णिया जिले के जानकी नगर थाना इलाके के आजाद चौक स्थित पंचू टोला के रहने वाले थे। एक साल पहले ही उनका ट्रांसफर किशनगंज टाउन थाना में किया गया था। SP कुमार आशीष ने क्राइम मीटिंग के दौरान जिले के सभी थानाध्यक्षों को चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के निर्देश दिए थे। साथ ही नोटिस भी जारी किया था। शुक्रवार को SP ने वारंटियों की गिरफ्तारी करने का टास्क भी अश्विनी कुमार को दिया था।
SP ने कहा कि थानेदार अपनी टीम के साथ गए थे। वहां अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के साथ मिलकर ग्रामीणों ने मॉब लिंचिंग कर हत्या कर दी। घटनास्थल पर जांच की जा रही है। गुरुवार रात को किशनगंज में लूट की घटना हुई थी। इसी में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए टाउन थाने की टीम बंगाल गई थी।
बंगाल पुलिस पर भी आरोप
बिहार पुलिस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने कहा कि बंगाल में कानून कैद है। वहां पुलिस-वर्दी का कोई वजूद नहीं है। सिंह ने बंगाल की लोकल पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां के लोकल थाना प्रभारी ने OD ऑफिसर को साथ जाने की बात कही थी। OD ऑफिसर ने पहले किशनगंज पुलिस टीम को आगे बढ़ाते हुए कहा कि आप बढ़िए, हम आते हैं। उधर गांव में पहुंचते ही लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया, जिसमें थानेदार अश्विनी कुमार की जान चली गई।